क्या है इस्माइल ऑन व्हील्स हेल्थ केयर प्रोग्राम
इस्माइल फाउंडेशन के तत्वावधान में संचालित इस्माइल ऑन व्हील्स मोबाइल हेल्थ केयर प्रोगाम का शुक्रवार को गढ़वा विधायक झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने दीप जलाकर उद्घाटन किया। मंत्री ने सदर अस्पताल परिसर से हरी झंडी दिखाकर मोबाइल हेल्थ यूनिट वैन को रवाना किया। यह मोबाइल हेल्थ यूनिट जिले भर में लोगों को मोबाइल चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगी। जिले के गांव-गांव में लोगों के घर तक पहुंचकर बच्चों और पूरे परिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा निशुल्क जांच, इलाज व दवा उपलब्ध कराऐगी।
मौके पर मंत्री ने कहा कि गढ़वा में स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक और नया आयाम जुड़ गया है। मोबाइल हेल्थ केयर के माध्यम से गुणवतापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा। एमएसडी फार्मास्युटिकल के सीएसआर फंड से झारखंड सरकार एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से इस्माइल फाउंडेशन के मोबाइल हेल्थ केयर प्रोगाम इस्माइल ऑन व्हील्स के तहत जिले के चिन्हित गांवों में वंचित आबादी के प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों को उनके घर के दरवाजे तक जाकर पूरा किया जाएगा। मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष शांति देवी, सीएस डा. अनिल कुमार, डीएस डा. अवधेश सिंह, डीपीएम प्रवीण सिंह, सीओ कुमार मयंक भूषण, स्माइल फाउंडेशन के जनरल प्रोग्राम मैनेजर सतनाम सिंह, संदीप नायक, विधायक प्रतिनिधि कंचन साहू, झामुमो जिलाध्यक्ष तनवीर आलम, सचिव मनोज ठाकुर, अनिता दत्त, रेखा चौबे, दिलीप गुप्ता, आशीष अग्रवाल, सुबोध सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
संस्था के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर पब्लिक पॉलिसी एंड कम्युनिकेशन नीलिमा द्विवेदी ने कहा कि संस्था का उद्देश्य मोबाइल हेल्थ केयर के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं तक लोगों की पहुंच बढ़ाना है। परियोजना का लक्ष्य 45 हजार ग्रामीण लाभार्थियों तक पहुंचना है। टीम में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, डॉक्टर, नर्स, सामुदायिक मोबिलाइज़र और ड्राइवर शामिल हैं। साथ ही स्माइल ऑन व्हील्स मोबाइल मेडिकल यूनिट ऑक्सीजन सिलेंडर, नेब्युलाइज़र, ब्लड प्रेशर रेगुलेटर, थर्मल स्कैनर, ऑक्सीमीटर, भ्रूण डॉपलर, वजन मापने की मशीन, टेस्ट किट (मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, यूपीटी आदि को कवर करने वाले) आदि उपकरण उपलब्ध है। वहीं वैन में जीपीएस ट्रैकर और रोगियों का डिजिटल डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली भी उपलब्ध है। ताकि लोगों को असुविधा न हो।